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वेल्लुपिल्लई प्रभाकरन को दुनिया का सबसे सफल गुरिल्ला नेता माना जाता हैI उनका एकमात्र धर्म था तमिल राष्ट्रवाद I वे दो भारतीयों को अपना प्रेरणास्रोत मानते थे एक सरदार भगत सिंह जी दूसरे नेताजी सुभाष चंद्र बोसे जी I 1986 मैं जब भारत श्रीलंका समझौता हुआ उस वक्त राजीव गाँधी के उनके एक मंत्रीमंडल सदस्य ने उनसे कहा की प्रभाकरन को भारत मै तब तक रख जाये जब तक वो हथियार नहीं डाल देते राजीव गाँधी जी ने कहा नहीं प्रभाकरन ने मुझे अपनी जबान दी है और मै उस पर विश्वास करता हूँ प्रभाकरन ने अपना वचन कभी नहीं निभाया और उन्होंने राजीव गाँधी जी की हत्या का आदेश दिया उनका यही एक वचन तोडना उन पर भारी पड़ा और अंततः लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम और उनका अंत हुआ I