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गंजापन तो अब गुज़रे ज़माने की बात समझो प्रस्तुत है होम्योपैथी के देश-विदेश में ख्याति प्राप्त डॉक्टर बतरा की स्वास्थ्य रक्षक पत्रिका के संवाददाता से खास बातचीत डॉक्टर बतरा ने हेयर ट्रांसप्लांट की सुरक्षित एवं प्रचलित पद्धति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गंजापन के शिकार लोगों को अब चिंता में घुलते रहने और मुंह छिपाने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि अब बेहद कारगर, स्थाई और पूर्णतः सुरक्षित हेयर ट्रांसप्लांट की सुविधा देश में मौजूद है। उन्होंने बताया कि हमारे सिर के एकदम पीछे की ओर यानी गर्दन की ऊपर की ओर तथा कानों के! स्ट्रिप विविध:- स्ट्रिप विधि में व्यक्ति के सिर के कुछ खास हिस्सों यानी पीछे और कान के ऊपर के हिस्से में मौजूद बालों में से एक पतली सी स्ट्रिप निकाल कर उन्हें खास चिकित्सकीय विधि से छोटे छोटे हिस्सों में बांट कर और सिर के उन हिस्सों में स्थापित कर दिया जाता है जहां गंजापन हो या फिर बाल बहुत ही कम हो गए हों। उन्होंने बताया कि इस विधि में एक सिटिंग में 3000 तक ग्राफटिंग की जाती हैं और बालों की फं्रट लाइन ग्राफ्ट कर उन्हें अधिक से अधिक सामान्य लुक देने का प्रयास किया जाता है। ऊपर और इर्दगिर्द मौजूद बालों का इस्तेमाल हेयर ट्रांसप्लांट के लिए किया जाता है क्योंकि ये बाल अनुवांशिकरूप से यानी जेनेटिकली ऐसे होते हैं कि कभी नहीं गिरते। बालों का यह क्षेत्र डोनर एरिया कहलाता है। सिर के जिस भी हिस्से में हेयर ट्रांसप्लांट करना हो इन्हीं जगहों से बाल लेकर ट्रांसप्लांट किए जाते हैं। हेयर ट्रांसप्लांट के लिए सबसे पहले सिर के इन्हीं हिस्सों से बालों को जड़ों से निकाल कर उन हिस्सों में लगाया जाता है जहां के बाल पतले और हल्के हो जाते हैं या फिर उड़ जाते हैं। डॉक्टर बतरा ने कहा कि हेयर ट्रांसप्लांट ही एक ऐसी तकनीक है जिससे हम गंजेपन को हमेशा के लिए भुलाकर, फिर से घने बाल पा सकते हैं। स्ट्रिप विविध के लाभ:-
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स्ट्रिप विधि से हेयर ट्रांसप्लांट में बाद की सिटिंग में सुविधा होती है जब अधिक बाल ट्रासप्लांट करने की ज़रूरत पड़ती है। न इस विधि से हेयर ट्रांसप्लांट करवाने से पूरी प्रक्रिया के दौरान आपका चेहरा सामान्य सा ही दिखता है।
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स्ट्रिप विधि से हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान अन्य विधियों के मुकाबले समय भी काफी कम लगता है।
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स्ट्रिप विधि से हेयर ट्रांसप्लांट के नौ से बारह महीने के बाद आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिलते हैं। फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रेक्शन फॉलिक्युलर यूनिट एक्सट्रेक्शन विधि से हेयर ट्रांसप्लांट के दौरान भी बाल तो डोनर एरिए से ही निकाले जाते हैं लेकिन इन्हें छोटे-छोटे टुकड़ों में निकाला जाता है और साथ ही साथ उन हिस्सों में ट्रांसप्लांट भी कर दिया जाता है, जहां गंजापन हो या फिर बाल हल्के हो गए हों। डॉक्टर बतरा का कहना है हेयर ट्रांसप्लांट के लिए विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है इसलिए यह केवल कुशल चिकित्सक से ही करवाया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि मुंबई में ‘बी परफैक्ट‘ नाम से उनका हेयर क्लीनिक है जिसमें विश्वस्तरीय विशेषज्ञ एवं सुविधाएं उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि सुपर स्पेशिएलिटी होम्योपैथी क्लीनिक है जहां अब तक लाखों लोगों का ‘होम्योपैथी, ट्राईकोलॉजी और बायोटेक्नोलॉजी के कॉम्बीनेशन‘ से हेयर ट्रीटमेंट किया जा चुका है। डॉक्टर बतरा ने कहा कि पिछले दो दशकों से भी अधिक वर्षों से ‘बी परफॅक्ट‘ ऐसे लाखों लोगों को आशाओं के पंख लगा उड़ने में और मनोबल ऊंचा कर जीवन जीने में मदद कर चुका है जो जीवन के विभिन्न स्तर पर किसी न किसी कारण बाल खो चुकने के कारण मायूस हो चुके थे या आत्मविश्वास खोने लगे थे। उन्होंने कहा कि उनके क्लीनिकों में डॉक्टरों के लिए भी विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर डॉक्टरों को अत्याधुनिक तकनीकों से अवगत कराया जाता रहता है ताकि लोगों को देश में ही अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की अत्याधुनिक चिकित्सा पद्धतियां उपलब्ध होती रहें। पिछले दो दशकों से भी अधिक वर्षों से ‘बी परफॅक्ट‘ ऐसे लाखों लोगों को आशाओं के पंख लगा उड़ने में और मनोबल ऊंचा कर जीवन जीने में मदद कर चुका है जो जीवन के विभिन्न स्तर पर किसी न किसी कारण बाल खो चुकने के कारण मायूस हो चुके थे या आत्मविश्वास खोने लगे थे। उन्होंने कहा कि उनके क्लीनिकों में डॉक्टरों के लिए भी विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर डॉक्टरों को अत्याधुनिक तकनीकों से अवगत कराया जाता रहता है ताकि लोगों को देश में ही अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की अत्याधुनिक चिकित्सा पद्धतियां उपलब्ध होती रहें।